उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री योगी के शासनकाल में तेजी से बढ़ी यूपी की जीएसडीपी

लखनऊ: राज्‍य के सकल घरेलू उत्‍पाद पर बयानबाजी सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव पर उलटी पड़ी गई। राज्‍य सरकार के प्रवक्‍ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अर्थ शास्‍त्र की बारीकियां समझाते हुए अखिलेश को आइना दिखाया। उन्‍होंने कहा कि यह हास्यास्पद ही है कि अखिलेश जैसे लोग एसजीडीपी की बात कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री […]

लखनऊ: राज्‍य के सकल घरेलू उत्‍पाद पर बयानबाजी सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव पर उलटी पड़ी गई। राज्‍य सरकार के प्रवक्‍ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अर्थ शास्‍त्र की बारीकियां समझाते हुए अखिलेश को आइना दिखाया। उन्‍होंने कहा कि यह हास्यास्पद ही है कि अखिलेश जैसे लोग एसजीडीपी की बात कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अखिलेश का झूठा और निराधार बयान वास्‍तविकता से दूर उनकी कल्‍पना भर है, जिसका अर्थ शास्‍त्र से कोई संबंध नहीं है।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जब योगी सरकार ने राज्‍य की सत्‍ता संभाली तब सकल घरेलू उत्पाद (एसजीडीपी) 1288700 करोड़ रुपये था। 2020-2021 में यह बढ़कर 1705593 करोड़ रुपये हो गई है। यह देश के सकल घरेलू उत्पाद का 8.7 प्रतिशत है। इस लिहाज से यूपी देश में दूसरे स्थान पर है।

सपा सरकार में बने भ्रष्‍टाचार तंत्र को ध्‍वस्‍त कर योगी सरकार ने उत्‍तर प्रदेश के आर्थिक विकास को गति दी है। वैश्विक स्तर पर अर्थ व्यवस्था को प्रभावित करने वाले कोरोना महामारी के बावजूद पिछले चार वर्षों में यूपी में प्रति व्यक्ति आय में जबरदस्‍त बढ़ोत्‍तरी हुई है।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था सीएम योगी की अगुआई में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है। 2017 से राज्य में हो रहे निवेश इसके गवाह हैं। उन्‍होंने कहा कि 2018 में यूपी इन्वेस्टर समिट में लगभग 4.68 लाख करोड़ के एमओयू हुए थे, जिनमें से लगभग 2 लाख एमओयू धरातल पर आ चुके हैं।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि एक राजनीतिक पार्टी का अध्‍यक्ष इस तथ्‍य से कैसे अनभिज्ञ हो सकता है कि योगी सरकार के दौरान ही उत्तर प्रदेश ने व्यापार करने में आसानी के मामले में देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। इसके लिए सरकार ने व्‍यापार के अनुकूल माहौल देने के साथ ही नई तकनीक और सुविधाएं भी उपलब्‍ध कराई।

उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे का नेटवर्क, नए हवाई अड्डों का विकास और कोरोना काल में भी रोजगार सृजन के आंकड़े सामने हैं। पिछले साल के कोरोना लॉकडाउन के दौरान विदेशी कंपनियों ने जहां लगभग 50,000 करोड़ रुपये का निवेश किया वहीं दुनिया भर की तमाम कंपनियां निवेश की लाइन में हैं। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी, डिफेंस कॉरिडोर में अब तक 50000 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। यूपी का यह आर्थिक विकास एसी कमरों में बैठ कर राजनीति करने वाले अखिलेश यादव जैसे लोगों को नहीं दिखता है। योगी सरकार ने 4 साल में 4 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं, एक साल में यह आंकड़ा 5 लाख पूरा हो जाएगा। जाति,धर्म और भ्रष्‍टाचार के सहारे राजनीति करने वाली समाजवादी पार्टी और उनके नेता झूठी बयानबाजी कर केवल भ्रम फैलाने की साजिश कर रहे हैं। लेकिन जनता अखिलेश और उनकी पार्टी की सच्‍चाई जान चुकी है।

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