नई दिल्ली: अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट ने अनूठे तरीके से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 का जश्न मनाया। इस अवसर पर इंस्टीट्यूट ने कैंसर की जंग जीतने वाली उन महिलाओं के जज़्बे को सलाम करने के लिए एक अभियान का शुभारम्भ किया है, जिन्होंने मजबूत इरादे और साहस के साथ इस कठिन लड़ाई में जीत हासिल की है। कैंसर के कारण आई निराशा और इसके इलाज के दौरान होने वाले साईड इफेक्ट्स से जूझते हुए, इन महिलाओं ने एक पत्नी, एक मां की भूमिका को भी बखूबी निभाया है। इस जंग के बाद ये महिलाएं पहले से भी मजबूत बन कर उभरी हैं। यह अभियान अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (ए.ओ.आई) की टैगलाईन ‘वी जर्नी विद यू’ के अनुरूप इस मुश्किल समय में इन योद्धाओं की मदद कर रहा है।
ए.ओ.आई दक्षिण एशिया की अग्रणी कैंसर हॉस्पिटल चेन है, जो इस क्षेत्र में 16 कैंसर अस्पतालों का संचालन करती है। अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट की स्थापना 2012 में चिकित्सकों और उद्योग जगत के विशेषज्ञों के समूह द्वारा की गई, आज यह सबसे बड़ी कैंसर मेडिकल टेक्नोलॉजी कंपनी- वेरियन मेडिकल सिस्टम्स (सीमेन्स हेल्दीनियर्स कंपनी) की पूर्ण स्वामित्व की सब्सिडरी है। ए.ओ.आई अपने मरीज़ों को आधुनिक तकनीकों और उत्कृष्ट सेवाओं के साथ सर्वश्रेष्ठ इलाज उपलब्ध कराता है। हॉस्पिटल का यह अभियान कैंसर के मरीज़ों की यात्रा पर प्रकाश डालता है और इसके अभियान #AOICancercare और #Wejourneywithyou के अनुरूप है। हॉस्पिटल का कॉम्प्रीहेन्सिव कैंसर प्रोग्राम विशेष रूप से मरीज़ों को बल एवं इच्छाशक्ति देने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसकी रोगी को उपचार के दौरान सबसे अधिक ज़रूरत होती है।
अभियान के लॉन्च के अवसर पर डॉ जगप्राग सिंह गुजराल, ग्रुप सीईओ, सीटीएसआई, साउथ एशिया ने कहा, ‘‘इस अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हम उन सभी महिलाओं को सलाम करते हैं जिन्होंने निडरता और बहादुरी के साथ कैंसर के साथ जंग लड़ी और इसमें जीत हासिल की। हम उनकी क्षमता और ताकत का जश्न मनाना चाहते हैं, और अन्य मरीज़ों को भी इस यात्रा से प्रेरित करना चाहते हैं।’’
यह अभियान आउटडोर एवं अन्य इन-हाउस एडवरटाइज़िंग के रूप में 10 से अधिक राज्यों में पहले से लाईव हो चुका है। अभियान के वीडियो में एक्टर, स्टोरीटैलर, कवि, लेखिका और टीवी पर्सनेलिटी प्रिया मलिक नज़र आती हैं, जो अपने आकर्षक अंदाज़ में एक कविता सुना रही हैं। इस वीडियो को ए.ओ.आई के सोशल मीडिया चौनल्स पर रिलीज़ किया जाएगा।
नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के अनुसार 2020 में कैंसर के मामलों की संख्या 13.9 लाख थी, जो 2025 तक बढ़कर 15.7 लाख तक पहुंच सकती है, यह तकरीबन 20 फीसदी बढ़ोतरी होगी। दुनिया भर में कैंसर के कुल मामलों में से एक तिहाई मामले भारत, यूएस और चीन में दर्ज किए जाते हैं। विभिन्न प्रकार के कैंसर में से स्तन कैंसर का बोझ भारत में बहुत अधिक है। जो दिल्ली, बैंगलुरू और चेन्नई जैसे महानगरों के लिए चिंता का विषय बन चुका हैं। महिलाओं में होने वाले सभी प्रकार के कैंसर के एक चौथाई मामले इसी प्रकार के होते हैं।
भारतीय महिलाओं में सभी प्रकार के कैंसर में से स्तन कैंसर के मामले सबसे ज़्यादा पाए जाते हैं। हर 28 में से एक भारतीय महिलाओं को अपने जीवन में स्तन कैंसर की संभवना होती है। उम्र के अनुसार इसकी दर 1,00,000 महिलाओं पर 25.8 तथा मृत्यु दर 1,00,000 महिलाओं पर 12.7 है। उम्र के अनुसार बात करें तो स्तन कैंसर की दर दिल्ली में 1,00,000 महिलाओं पर 41, चेन्नई में 37.9, बैंगलोर में 34.4, थिरूवनंतपुरम में 33.7 है। ग्रामीण क्षेत्रों में मृत्यु-मामलों का अनुपात 66 है जो शहरों में 8 है। स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता और स्तन कैंसर के स्क्रीनिंग प्रोग्राम तथा किफ़ायती उपचार सुविधाओं के द्वारा स्तन कैंसर के मामलों में बेहतर परिणाम हो सकते हैं।