नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा-वृंदावन सहित उत्तर प्रदेश के अन्य तीर्थक्षेत्रों में मद्य-मास के ब्रिकी पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। ‘योगी सरकार’ का यह निर्णय अत्यंत सराहनीय है, हिन्दू जनजागृति समिति इसका स्वागत करती है! इसके पूर्व हरिद्वार तीर्थक्षेत्र में भी इसी प्रकार का निर्णय लिया गया है। सभी साधु संतों की यह बहुत पुरानी मांग थी। तीर्थक्षेत्र तथा धार्मिक क्षेत्रों की पवित्रता बनाए रखने के लिए मद्य-मास पर पूर्णत: प्रतिबंध आवश्यक है। यह आस्था की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। केवल उत्तर प्रदेश में ही नही; अपितु संपूर्ण भारत के सभी तीर्थक्षेत्र तथा धार्मिक स्थलों में मद्य-मास पर पूर्णता: प्रतिबंध लगाया जाए, यह मांग हिन्दू जनजागृति समिति ने केंद्र सरकार से की है।
इसके पूर्व योगी सरकार ने इलाहाबाद, फैजाबाद आदि आक्रांताओं द्वारा दिए गए नाम बदलकर उन्हें प्रयागराज तथा अयोध्या किया। गोहत्या प्रतिबंध का निर्णय लिया। अन्य भी अनेक निर्णय उन्होंने लिए हैं। भारतीय संस्कृति तथा सभ्यता को पुनर्जीवित करने का यह प्रशंसीय कार्य है। तीर्थक्षेत्रों की पवित्रता तथा आध्यात्मिक ऊर्जा को संजोए रखने के लिए वहां वातावरण आध्यात्मिक होना आवश्यक है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘तीर्थक्षेत्र मंत्रालय’ स्थापित हो, यह मांग समिति ने की है।
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