अनमोल कुमार
नई दिल्ली: भारत सरकार ने पासपोर्ट (Passport) बनवाना इतना सरल कर दिया है की अब आप घर बैठे-बैठे पासपोर्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं और पासपोर्ट ऑफिस में जाने के लिए अपॉइंटमेंट ले सकते हैं। इस प्रक्रिया के बाद पासपोर्ट तैयार होकर आपके घर आ जाता है। विदेश मंत्रालय (Finance Ministry) में भारत सरकार के सचिव संजय भट्टाचार्य ने हाल ही में घोषणा की कि देश जल्द ही नागरिकों के लिए ई-पासपोर्ट (E-Passport) पेश करेगा।
एक ट्विटर पोस्ट में उन्होंने कहा कि नेक्स्ट जनरेशन पासपोर्ट बायोमेट्रिक डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे और एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन जांच में लगने वाले समय को भी कम करेंगे। हालांकि ई-पासपोर्ट का विचार नया नहीं है और इसकी घोषणा कुछ समय पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की थी। बायोमेट्रिक पासपोर्ट वर्तमान में जर्मनी, यूके और बांग्लादेश सहित देशों में जारी किए जाते हैं।
ई-पासपोर्ट सामान्य पासपोर्ट की तरह ही दिखता है। हालांकि, एक ई-पासपोर्ट में एक छोटी इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होती है, जो ड्राइविंग लाइसेंस के समान होती है। माइक्रोचिप नाम, जन्म तिथि, पता और अन्य डिटेल्स सहित आपके पासपोर्ट पर छपी सभी जानकारी को संग्रहीत करती है। माइक्रोचिप इमीग्रेशन काउंटरों को किसी यात्री डिटेल्स को जल्दी से वेरीफाई करने में मदद करेगी। इस कदम से नकली पासपोर्ट के प्रचलन को कम करने में भी मदद मिलेगी। ई-पासपोर्ट के साथ इमिग्रेशन काउंटर पर बिताया गया समय 50 फीसदी से अधिक कम होने की उम्मीद है।
ई-पासपोर्ट के मामले में बायोमेट्रिक डेटा उंगलियों के निशान हो सकते हैं। सरकार नया पासपोर्ट जारी करने से पहले ही आपकी उंगलियों के निशान सहेज लेती है। माइक्रोचिप में संग्रहीत इस जानकारी के साथ, किसी भी इमिग्रेशन काउंटर पर अपनी पहचान वेरीफाई करना आसान हो जाएगा।