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बिडेन ने पुतिन को चेताया, कहा-यूक्रेन पर हमला करने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी

नई दिल्लीः अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) ने शनिवार रात व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से बात कर उन्हें चेतावनी दी कि अगर उनकी सेना यूक्रेन (Ukraine) पर हमला करती है तो रूस (Russia) को भारी कीमत चुकानी होगी। एक घंटे से अधिक समय तक चले एक फोन कॉल में, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा […]

नई दिल्लीः अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) ने शनिवार रात व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से बात कर उन्हें चेतावनी दी कि अगर उनकी सेना यूक्रेन (Ukraine) पर हमला करती है तो रूस (Russia) को भारी कीमत चुकानी होगी। एक घंटे से अधिक समय तक चले एक फोन कॉल में, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि एक आक्रमण व्यापक मानव पीड़ा पैदा करेगा और स्थितियों को और खराब करेगा।

यह कॉल यूक्रेन में एक युद्ध को टालने के उद्देश्य से राजनयिक गतिविधि की परिणति थी, जिसमें अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो अमेरिका इस हमले का जवाब दृढता से देगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय वाइट हाउस ने यह जानकारी दी है। जानकारी के अनुसार बाइडन ने पुतिन से कहा, ‘आक्रमण का अंजाम ‘व्यापक मानवीय पीड़ा’ होगी और रूस की छवि धूमिल’ होगी। साथ ही बाइडन ने पुतिन से यह भी कहा कि अमेरिका यूक्रेन पर कूटनीति जारी रखेगा लेकिन ‘अन्य परिदृश्यों के लिए भी समान रूप से तैयार है’। यूक्रेन संकट के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच फोन पर 62 मिनट तक बातचीत हुई।

इससे पहले, इमैनुएल मैक्रॉन ने रूसी राष्ट्रपति के साथ एक अलग बातचीत की, जो एक घंटे 40 मिनट तक चली, जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से बात की।

दोनों नेताओं के बीच बातचीत तब हुई जब बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने खुफिया सूचनाओं का हवाला देते हुए आगाह किया कि रूस कुछ ही दिन में और बीजिंग में चल रहे शीत ओलंपिक के 20 फरवरी को समाप्त होने से पहले आक्रमण कर सकता है। गौरतलब है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिकों का जमावड़ा कर रखा है और पड़ोसी देश बेलारूस में युद्धाभ्यास के लिए अपने सैनिक भेजे हैं।

हालांकि रूस लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि वह यूक्रेन पर आक्रमण करने वाला है। शनिवार को वाइट हाउस (White House) ने कहा कि जर्मनी, पोलैंड और अर्मेनिया में तैनात अमेरिकी सैनिक यूक्रेन में रूस से लड़ने के लिए नहीं भेजे गए हैं। वे यूक्रेन में रूस के साथ युद्ध नहीं लड़ेंगे। वे सिर्फ आक्रमण के खिलाफ नाटो क्षेत्र की रक्षा करेंगे, उनकी तैनाती रक्षात्मक और नॉन-एस्केलेटरी है।

वाइट हाउस ने कहा कि हम रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दिमाग के अंदर झांक कर नहीं देख सकते, हम उनके फैसलों और इरादों को लेकर अटकलें नहीं लगा सकते… हम हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं। अगर वह कूटनीति का रास्ता अपनाना चाहते हैं तो हम उनके साथ हैं। अगर वह आगे बढ़ना चाहते हैं तो हम निर्णायक रूप से जवाब देने के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेंगे।

वाइट हाउस ने कहा कि जिस तरह से पुतिन ने अपनी सेना का निर्माण किया और उसे यूक्रेन में तैनात किया, इंटेलिजेंस के माध्यम से जो संकेत हमें मिले हैं उनसे स्पष्ट है कि रूस सैन्य कार्रवाई करना चाहता है और यह काफी जल्दी हो सकता है। वाइट ने कहा कि इस बात की बहुत संभावना है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन बीजिंग ओलंपिक के खत्म होने से पहले, 20 फरवरी, यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई और हमले का आदेश दे सकते हैं।

(एजेंसी इनपुट के साथ)