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Afghanistan: नॉर्दर्न अलायंस और तालिबान के बीच छिड़ी भीषण जंग, 50 तालिबानी लड़ाकों को किया ढेर

नई दिल्लीः अफगानिस्तान के अंदराब (Andaraab) इलाके में सोमवार को घात लगाकर किए गए हमले में 50 तालिबानी आतंकियों (Talibani Terrorist) को मार गिराया और 20 को बंदी बना लिया गया। इस मुठभेड़ में तालिबान के बेनो जिले का जिला गवर्नर भी मारा गया। अहमद मसूद (Ahmad Masood) की अगुवाई में तालिबान के खिलाफ प्रतिरोध […]

नई दिल्लीः अफगानिस्तान के अंदराब (Andaraab) इलाके में सोमवार को घात लगाकर किए गए हमले में 50 तालिबानी आतंकियों (Talibani Terrorist) को मार गिराया और 20 को बंदी बना लिया गया। इस मुठभेड़ में तालिबान के बेनो जिले का जिला गवर्नर भी मारा गया। अहमद मसूद (Ahmad Masood) की अगुवाई में तालिबान के खिलाफ प्रतिरोध आंदोलन पूरे अफगानिस्तान में हो रहा है। दूसरे प्रांतों से कई लोग तालिबान के खिलाफ हथियार उठा रहे हैं और पंजशीर (Panjshir) जा रहे हैं जहां वर्तमान में उत्तरी गठबंधन आधारित है।

बता दें कि पंजशीर घाटी को छोड़कर पूरा अफगानिस्तान तालिबान के कब्जे में है। तालिबान ने पंजशीर पर कब्जे के लिए लड़ाई छेड़ रखी है। काबुल न्यूज़ के मुताबिक पंजशीर के अंदराब जिले में सोमवार को हुई लड़ाई में 50 से अधिक तालिबान लड़ाके मारे गए हैं। नॉर्दर्न अलायंस के लड़ाकों ने तालिबान के 20 से अधिक लड़ाकों को बंदी भी बना लिया है।

तालिबान ने सोमवार को यह भी दावा किया था कि उसने उत्तरी अफगानिस्तान के 3 जिलों पर फिर से कब्जा कर लिया है। इसमें अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध बल से बगलान प्रांत के देह सालेह, बानो और पुल-हेसर जिले शामिल थे। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अभी दो दिन पहले अफगानिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री जनरल बिस्मिल्लाह मोहम्मदी ने दावा किया था कि उपरोक्त जिलों पर हमारा कब्जा है।

इस लड़ाई में तालिबान के क्षेत्रीय कमांडर के मारे जाने का दावा भी किया गया है. पंजशीर समर्थक एक लड़ाके की मौत हुई है और 6 घायल हुए हैं. हालांकि तालिबान से जुड़े सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

दरअसल, पंजशीर घाटी अफगानिस्तान का वो एकमात्र प्रांत है, जहां अभी तालिबान का कब्जा नहीं हुआ है। यहां विद्रोहियों की अगुआई कर रहे अहमद मसूद के लड़ाके जंग के लिए तैयार हैं। नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट यानी नॉर्दर्न अलायंस को लीड कर रहे मसूद ने कहा कि युद्ध की तैयारी है, पर अगर रास्ता निकालने के लिए बातचीत होती है तो उसके लिए भी तैयार हैं।

9 हजार की फौज लेगी तालिबानियों से टक्कर
अहमद मसूद ने पंजशीर में विद्रोही नेताओं को साथ मिला लिया है। अफगानी फौजों और तालिबान विद्रोहियों को भी इकट्ठा किया है। रेजिस्टेंस फ्रंट के प्रवक्ता अली मैसम नजारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि तालिबानियों के खिलाफ करीब 9 हजार लड़ाकों की फौज तैयार कर ली गई है। इस फौज को लगातार ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे पास गाड़ियां और हथियार प्रचूर मात्रा हैं।

तालिबान कब तक नहीं बनाएगा सरकार?
तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाने को लेकर एक बड़ा बयान जारी किया है। उसने कहा है कि जब तक अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह वापसी नहीं हो जाती, वो तब तक सरकार गठन की घोषणा नहीं करेगा। इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने दो तालिबानी सूत्रों के हवाले से दी है। 

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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