नई दिल्लीः अफगानिस्तान (Afghanistan) में काबुल हवाई अड्डे (Kabul Airport) पर गुरुवार को हुए सीरियल बम ब्लास्ट (Serial Bomb Blast) में कम से कम 13 अमेरिकी कमांडो (US Marine) और 90 अफगान नागरिकों सहित 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इससे अमेरिका (America) द्वारा चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) को धक्का लगा है। हालांकि, इन धमाकों के बाद भी अमेरिका अपना निकासी अभियान जारी रखेगा। राष्ट्रपति (President) जो बाइडन (Joe Biden) ने ऐलान किया है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को निकालने का काम जारी रहेगा।
अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डे के Abbey Gate पर एक आत्मघाती बम हमले के बाद बंदूकधारियों ने हमला किया। अधिकारियों ने बताया कि एक और बम हमला पास में ही हवाईअड्डे के बाहर एक होटल में हुआ। पेंटागन ने कहा कि इस घटना में 18 अमेरिकी नौसैनिकों के घायल होने की सूचना है।
यह हमला 2011 के बाद से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के लिए सबसे घातक हमला था, और यह देश से पूर्ण सैन्य वापसी के लिए बिडेन प्रशासन की समय सीमा से ठीक पांच दिन पहले करवाया गया। मरीन कॉर्प्स जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने संवाददाताओं से कहा कि सेना को और हमलों की उम्मीद है।
राष्ट्रपति बिडेन ने गुरुवार शाम को कहा कि वह हिंसा से हतप्रभ हैं और उन्होंने हमलों के लिए जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई, जबकि निकासी के प्रयासों को जारी रखने का वादा किया।
बिडेन ने व्हाइट हाउस में टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘हम आपको ढूंढकर मारेंगे और आपको इसका परिणाम भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों को हमले की प्रतिक्रिया योजना विकसित करने का निर्देश दिया है।
अफगानिस्तान में अस्पतालों का संचालन करने वाली इटली की एक संस्था ने कहा कि वे हवाईअड्डे पर हमले में घायल 60 लोगों का उपचार कर रहे हैं जबकि 10 घायल ऐसे थे जिन्होंने अस्पताल लाने के दौरान दम तोड़ दिया। अफगानिस्तान में संस्था के प्रबंधक मार्काे पुनतिन ने कहा कि सर्जन रात में भी सेवा देंगे। उन्होंने कहा कि घायलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
धमाकों की भारत ने की निंदा
काबुल में हुए बम धमाकों की भारत ने निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हमले को बर्बर करार देते हुए कहा कि निकासी अभियान तेजी से जारी रखने की जरूरत है।
ISIS-K ने ली जिम्मेवारी
साइट मॉनिटरिंग के अनुसार, काबुल एयरपोर्ट के पर हुए हमलों की जिम्मेवारी आतंकी संगठन ISIS-K ने ली है। आतंकी संगठन ने टेलीग्राम अकाउंट के जरिए इसकी जानकारी दी है। वहीं, एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि क्षेत्र को निशाना बनाए जाने के बावजूद निकासी अभियान के लिए काबुल हवाईअड्डे से उड़ान भरी जा रही हैं।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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