नई दिल्लीः अफगानिस्तान में स्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है। इस बीच तालिबान के बढ़ते वर्चस्व को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग ने भी माना कि अफगानिस्तान में स्थिति ‘गंभीर’ है और तेजी से बिगड़ रही है। अमेरिका ने यह बयान देश से अपनी सेनाएं वापस लौटने और तालिबानियों द्वारा 700 खूंखार कैदियों को छुड़ाने पर दिया है। अमेरिका अमेरिका ने इस विषय पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है, ‘‘तालिबान और सेना के बीच बढ़ते टकराव के कारण आम नागरिक हताहत हो रहे हैं। साथ ही यहां हो रहा कथित अत्याचार भी गंभीर चिंता का विषय हैं।’’
गौरतलब है कि इस बीच, तालिबान ने शेबरगान शहर में एक जेल पर हमला करके 700 तालिबान लड़ाकों को छुड़ा लिया है। इतना ही नहीं तालिबानियों ने अफगानिस्तान की एक और प्रांतीय राजधानी पर भी कब्जा कर लिया है। इसके साथ ही उसका अब यहां के 6 प्रांतों की राजधानी पर कब्जा हो गया है। अब तालिबानी मजार-ए-शरीफ की ओर बढ़ रहे है। यह आतंकवादी समूह मई के मध्य से आक्रामक है और लगातार अपनी लड़ाकू क्षमता को बढ़ा रहा है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति बाइडेन ने पिछले महीने ही घोषणा कर दी थी कि 31 अगस्त तक आखिरी अमेरिकी सैनिक भी यहां से चले जाएंगे।
इस बीच तालिबान ने ताजिकिस्तान, पाकिस्तान और ईरान के करीब प्रमुख सीमा से लगे कई ग्रामीण जिलों पर कब्जा करने के बाद छठी प्रांतीय राजधानी पर भी कब्जा कर लिया है। तालिबान के बढ़ते वर्चस्व का आलम यह है कि उसने कई क्षेत्रों में अफगानी सुरक्षा बलों को भी पीछे धकेल दिया है। वहीं अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कुंदुज में भारी लड़ाई चल रही है। इसके अलावा कंधार और लश्कर गाह में भी तालिबानी आक्रामक लड़ाई लड़ रहे हैं, जोकि चिंता का विषय बना हुआ है।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
Comment here
You must be logged in to post a comment.