नई दिल्लीः विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि हम जल्द ही सिरिंज की कमी का अनुभव कर सकते हैं, जिसकी कमी लगभग 2 बिलियन के करीब होगी। यह वैश्विक कोविड-19 वैक्सीन अभियान के कारण है, जिसने 7.25 बिलियन से अधिक खुराकें दी हैं – एक वर्ष में दिए गए मानक टीकाकरणों की संख्या का लगभग दोगुना। एएफपी द्वारा सबसे पहले रिपोर्ट किया गया।
दवाओं और स्वास्थ्य उत्पादों तक पहुंच के लिए डब्ल्यूएचओ के वरिष्ठ सलाहकार लिसा हेडमैन ने खुलासा किया कि अब और 2023 के बीच लगभग 6.8 बिलियन लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन की दो खुराक की आवश्यकता है। वैश्विक निर्माण क्षमता एक वर्ष में केवल छह बिलियन टीकाकरण सीरिंज की है।
हेडमैन के अनुसार, ‘‘यह बहुत स्पष्ट है कि 2022 में एक अरब से अधिक सुई की कमी हो सकती है यदि हम हमेशा की तरह व्यापार जारी रखते हैं।’’
हेडमैन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सीरिंज आपूर्ति-श्रृंखला में देरी के लिए अधिक प्रवण हैं, क्योंकि वे वैक्सीन की शीशी से दस गुना अधिक जगह लेते हैं। और लंबे समय तक सीरिंज की भारी कमी न केवल कोविड-19 टीकाकरण प्रयासों को प्रभावित कर सकती है, बल्कि अन्य बीमारियों के उपचार को भी प्रभावित कर सकती है।
इसके अलावा, यह असुरक्षित प्रथाओं जैसे कि सुइयों का पुनरू उपयोग करने के लिए मजबूर कर सकता है। डब्ल्यूएचओ ने बताया है कि सुई को स्टरलाइज़ करने से भी सभी हानिकारक बैक्टीरिया दूर नहीं होते हैं। यदि राष्ट्र निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लेते हैं तो स्थिति और खराब हो सकती है।
हेडमैन ने राष्ट्रों से इन कमियों के लिए आगे की योजना बनाने और जमाखोरी और घबराहट में खरीदारी से बचने का आग्रह किया, जबकि इस बात पर प्रकाश डाला कि वर्तमान में इस जोखिम को कम करने के लिए वास्तविक संख्या के संदर्भ में शून्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं जो कम हो सकते हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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