बीजापुर : जिले के भैरमगढ़ ब्लाक अंतर्गत पुसनार निवासी जागरूक किसान श्री घासीराम यादव शासन की योजनाओं से लाभान्वित होकर उन्नत खेती-किसानी कर रहे हैं। वहीं स्वयं की भूमि में मनरेगा से डबरी निर्माण कर मछलीपालन कर रहे हैं। इसके साथ ही बाड़ी में किसान समृद्धि योजनातंर्गत नलकूप स्थापित किया है, जिससे सोलर सिंचाई पंप के जरिये पानी का सदुपयोग कर साग-सब्जी उत्पादन से अतिरिक्त आय संवृद्धि कर रहे हैं। अपनी खेती-किसानी की आमदनी से घासीराम यादव अपने 7 सदस्यीय परिवार को खुशहाली की ओर अग्रसर कर चुके हैं। घासीराम यादव बताते हैं कि इस वर्ष भी करीब 8 एकड़ रकबा में 1010,1001 और एचएमटी धान की बुआई कर चुके हैं। वहीं अभी एक एकड़ रकबा में सुंगन्धित धान की रोपा लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
घासीराम इस वर्ष धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित होकर एक एकड़ रकबा में रागी की फसल लेने तैयारी कर रहे हैं। वहीं दलहन फसल के अंतर्गत आधे-एकड़ में मक्का की कतार बोनी-किये हैं। इसके साथ ही एक एकड़ रकबा में भिंडी और बैंगन लगाये हैं। घासीराम यादव बताते हैं कि आने वाले दिनों में आधा एकड़ रकबा में उड़द की बुआई करेंगे। उन्होने बताया कि स्वयं की भूमि में निर्मित डबरी में मछलीपालन करीब 30 से 40 हजार रूपए हर साल आमदनी अर्जित करते हैं। इसके साथ ही बाड़ी में सोलर सिंचाई पंप से सिंचाई कर साग-सब्जी उत्पादन के जरिये सीजन में 15 से 20 हजार रूपए की आय होती है। घर में एक जर्सी गायपालन कर हर दिन 5 लीटर दूध बेचते हैं। उन्होने बताया कि बीते खरीफ विपणन वर्ष में 28 क्विंटल मोटा धान लेम्पस सोसायटी में विक्रय किया था जिसका भुगतान 52 हजार 304 रूपए सीधे बैंक खाते में किया गया।
वहीं राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत उक्त धान का अंतर राशि आदान सहायता के रूप में प्रथम किश्त 4 हजार 424 रूपए बैंक खाते में हस्तांरित किया गया है। वे बताते हैं कि इन सभी गतिविधियों में भाभी शामबती, पत्नी सुरलदई और छोटे भाई करण का भरपूर सहयोग प्राप्त होने के फलस्वरूप उनका 7 सदस्यीय परिवार खुशहाली की ओर अग्रसर है। घासीराम अपने दो बच्चों की पढ़ाई के लिए सजग हैं। उन्होने जनकल्याणकारी की योजनाओं से सहायता देने के लिए सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि सरकार की इन योजनाओं से निर्धन किसानों को बहुत बड़ी मदद मिल रही है।
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