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खुशखबरीः Bharat Biotech की Covaxin को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मिली मंजूरी

नई दिल्लीः नए साल की शुरूआत में ही भारत के लिए यह दूसरी खुशखबरी है। केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने कथित तौर पर भारत बायोटेक के Covaxin कोरोना वायरस वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। इससे पहले शुक्रवार को हुई बैठक में कमेटी […]

नई दिल्लीः नए साल की शुरूआत में ही भारत के लिए यह दूसरी खुशखबरी है। केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने कथित तौर पर भारत बायोटेक के Covaxin कोरोना वायरस वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। इससे पहले शुक्रवार को हुई बैठक में कमेटी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड (Covishield) कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।

समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि सब्जेक्ट एक्पर्ट कमेटी (SEC) ने कोवाक्सिन को आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) के लिए रिकमंड किया है। हालांकि इस मामले पर अंतिम निर्णय के लिए अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा ही लिया जाएगा। यानी DCGI की अप्रूवल मिलते ही अगले 6-7 दिनों में वैक्सीनशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। 

बहरहाल, आपको बता दें कि ऐसा माना जा रहा है कि ये वैक्सीन दूसरी Vaccines के मुकाबले सबसे सस्ती हो होगी। इस वैक्सीन की एक डोज की कीमत लगभग 100 रुपये के आसपास हो सकती है। इस हिसाब से अगर देश में सभी लोगों को ये वैक्सीन लगाई गई तो सरकार का इस पर खर्च 13 हजार 500 करोड़ रुपये के आसपास होगा।

कोवैक्सिन भारत में विकसित होने वाला पहला स्वदेशी कोरोन वायरस वायरस वैक्सीन है। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से काम कर रहा है।

पैनल ने भारत बायोटेक को कोवाक्सिन के लिए डेटा जमा करने के लिए कहा था, और चल रहे चरण 3 क्लिनिकल परीक्षण के लिए स्वयंसेवक भर्ती में तेजी लाने का सुझाव दिया। एसईसी ने यह भी सिफारिश की थी कि फर्म कोवाक्सिन के लिए प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग अनुमोदन के आगे विचार के लिए अंतरिम प्रभावकारिता विश्लेषण का संचालन कर सकती है।

रिपोर्टों के अनुसार, भारत बायोटेक ने चरण 1 और 2 परीक्षणों से अंतरिम प्रभावकारिता डेटा प्रस्तुत किया, साथ ही गैर-सहकर्मी की समीक्षा की गई पत्रिका में प्रकाशित सुरक्षा और प्रतिरक्षात्मकता डेटा। कंपनी, हालांकि, चरण 3 परीक्षणों के परिणामों या अध्ययन डिजाइन का खुलासा नहीं कर पाई है।

भारत बायोटेक ने दावा किया है कि कोवैक्सिन पिछले महीने यूनाइटेड किंगडम में सामने आए नए वायरस कोविड-19 स्ट्रेन से रक्षा कर सकती है। नया वायरस स्ट्रेन बेहद संक्रामक पाया गया है। अब तक यूके के अलावा भारत, डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में इसका पता चला है।

भारत में 4 वैक्सीन बनकर तैयार
कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा, भारत शायद एकमात्र ऐसा देश है जहां कोरोना की चार वैक्सीन बनकर तैयार हैं। इन चार वैक्सिनों में कोविशील्ड, कोवैक्सीन, फाइजर और जायडस कैडिला शामिल है। 

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