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रेलवे के माध्‍यम से, हम उन इलाकों को जोड़ रहे हैं जो पीछे छूट गए थे: प्रधानमंत्री

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री, नरेन्‍द्र मोदी कहा है कि देश के जिन क्षेत्रों से सम्‍पर्क स्‍थापित नहीं हो सका है और जो पीछे छूट गए थे, उन्हें रेलवे के माध्यम से जोड़ा जा रहा है। श्री मोदी देश के विभिन्न क्षेत्रों को गुजरात के केवडिया से जोड़ने वाली आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने और राज्य […]

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री, नरेन्‍द्र मोदी कहा है कि देश के जिन क्षेत्रों से सम्‍पर्क स्‍थापित नहीं हो सका है और जो पीछे छूट गए थे, उन्हें रेलवे के माध्यम से जोड़ा जा रहा है। श्री मोदी देश के विभिन्न क्षेत्रों को गुजरात के केवडिया से जोड़ने वाली आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने और राज्य में रेलवे से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बोल रहे थे।

प्रधानमंत्री ने दृढ़ता से कहा कि बड़ी लाईन और विद्युतीकरण की गति में तेजी आई है और पटरियां तेज गति के लिए तैयार की जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे सेमी हाई स्पीड ट्रेनें चलने में सक्षम हुई हैं और हम उच्च गति क्षमताओं की ओर बढ़ रहे हैं, इस कार्य के लिए बजट को कई गुना बढ़ाया गया है।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि रेलवे पर्यावरण के अनुकूल हो। केवड़िया स्टेशन भारत का पहला रेलवे स्टेशन है, जिसे ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणपत्र के साथ शुरू किया गया है।

उन्होंने रेलवे से संबंधित विनिर्माण और प्रौद्योगिकी में आत्‍मनिर्भरता के महत्व पर भी जोर दिया जिसके अब अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। यह उच्च हार्स पावर के इलेक्ट्रिक इंजन के स्थानीय निर्माण के कारण संभव हुआ कि भारत दुनिया की पहली डबल स्टैक्ड बहुत लम्‍बी कंटेनर ट्रेन शुरू कर सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, आज स्वदेश में निर्मित आधुनिक रेलगाड़ियों की एक श्रृंखला भारतीय रेल का हिस्सा है।

प्रधानमंत्री ने रेलवे में परिवर्तन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए कुशल विशेषज्ञों और पेशेवरों की आवश्यकता पर बल दिया। इस जरूरत ने वड़ौदरा में डीम्ड रेलवे यूनिवर्सिटी की स्थापना की। भारत में उन कुछ देशों में से एक है जहां इस तरह की क्षमता वाला संस्थान है। रेल परिवहन के लिए आधुनिक सुविधाएं, बहु-अनुशासनात्मक अनुसंधान, प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। 20 राज्यों के प्रतिभाशाली युवाओं को रेलवे के वर्तमान और भविष्य को चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने अपनी बात समाप्‍त करते हुए कहा कि यह नवाचार और अनुसंधान के माध्यम से रेलवे को आधुनिक बनाने में मदद करेगा।

केवड़िया, आज प्रमुख वैश्विक पर्यटन स्‍थल के रूप में उभर रहा है
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा है कि गुजरात में केवडिया अब किसी सदूरवर्ती इलाके में केवल एक छोटा सा ब्लॉक नहीं रह गया है, यह दुनिया के सबसे बड़े पर्यटन स्थल के रूप में सामने आया है। श्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के विभिन्न क्षेत्रों को गुजरात के केवड़िया से जोड़ने वाली आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने और राज्य में रेलवे से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन करनेके बाद बोल रहे थे।

केवडिया की विकास यात्रा के साथ आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टैचू ऑफ यूनिटी, स्टैचू ऑफ लिबर्टी से भी अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। राष्ट्र को समर्पित किए जाने के बाद 50 लाख से अधिक पर्यटक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने आए हैं। कोरोना काल के दौरान बंद रहने के बाद अब यह लोकप्रिय हो रहा है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जैसे-जैसे कनेक्टिविटी में सुधार होगा, केवड़िया में प्रति दिन लगभग एक लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद है। पर्यावरण की रक्षा करते हुए केवडिया अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी के नियोजित विकास का एक अच्छा उदाहरण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब शुरू में, केवड़िया को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तावित किया गया था, यह पहुंच के बाहर दिखाई देता था। काम करने के पुराने तरीके को देखते हुए, इस संदेह में तर्क था क्‍योंकि उस समय न तो सड़कों की कनेक्टिविटी थी, न ही सड़क पर लाइट, रेल, पर्यटक आवास थे। अब केवड़िया सभी सुविधाओं के साथ एक पूर्ण पारिवारिक पैकेज में बदल गया है। यहां के आकर्षण में शामिल हैं, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सरदार सरोवर, विशाल सरदार पटेल प्राणी उद्यान, आरोग्य वन और जंगल सफारी और पोषण पार्क। इसमें ग्लो गार्डन, एकता क्रूज और पानी के खेल भी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ते पर्यटन के कारण आदिवासी युवाओं को रोजगार मिल रहा है और स्थानीय लोगों को आधुनिक सुविधाएं मिल रही हैं। एकता मॉल में स्थानीय हस्तशिल्प वस्तुओं के लिए नए अवसर हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आदिवासी गांवों में होम स्टे के लिए लगभग 200 कमरे विकसित किए जा रहे हैं

प्रधानमंत्री ने केवड़िया स्टेशन के बारे में भी बात की, जिसे बढ़ते पर्यटन को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इसमें ट्राइबल आर्ट गैलरी और व्यूइंग गैलरी है जहाँ से स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी की झलक देखी जा सकती है।

प्रधानमंत्री लक्ष्य-केन्‍द्रित प्रयास के माध्यम से भारतीय रेलवे के परिवर्तन के बारे में काफी देर तक बोले। उन्होंने कहा कि यात्री और माल परिवहन की पारंपरिक भूमिका के अलावा, रेलवे पर्यटन और धार्मिक महत्व के स्थानों के लिए सीधी कनेक्टिविटी दे रहा है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद- केवड़िया जनशताब्दी सहित अनेक मार्गों पर आकर्षक ‘विस्टा-डोम कोच’ होंगे।

रेलवे के आधुनिकीकारण के लिए पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व कार्य किए 
प्रधानमंत्री मोदी ने रेखांकित किया कि हाल के वर्षों में रेलवे की बुनियादी ढांचा विकास के दृष्टिकोण में उल्लेखनीय बदलाव आया है इस बदलाव के चलते भारतीय रेलवे के के आधुनिकीकरण में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी गुजरात के केवड़िया को देश के विभिन्न भागों से जोड़ने के लिए 8 रेलगाड़ियों को शुरू किए जाने के अवसर पर बोल रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने गुजरात में रेलवे की कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे पहले मौजूद बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल करते हुए पुरानी व्यवस्था को बनाए रखने तक ही ध्यान केन्द्रित किया जाता था जबकि नए विचारों और नई प्रौद्योगिकियों की तरफ ध्यान नहीं दिया जाता था। इस सोच में बदलाव अपरिहार्य हो गया था। हाल के वर्षों में संपूर्ण रेलवे सिस्टम के कायाकल्प पर काम किया गया है और यह मात्र बजट में बढ़ोतरी तथा नई रेलगाड़ियां शुरू करने की घोषणा तक ही सीमित नहीं है। बदलाव विभिन्न मोर्चों पर आए हैं। उन्होंने केवड़िया को देश के विभिन्न स्थानों से जोड़े जाने की वर्तमान में परियोजनाओं का उल्लेख किया जिन्हें रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है।

प्रधानमंत्री ने समर्पित माल गलियारे को पहले से जारी व्यवस्था में बदलाव की सोच का एक ताज़ा उदाहरण बताया। प्रधानमंत्री ने पूर्वी-पश्चिमी माल गलियारे को हाल ही में राष्ट्र को समर्पित किया था। इस परियोजना के अंतर्गत 2006 से 2014 तक कार्य की प्रगति मात्र कागजों पर हुई थी और इस दौरान 1 किलोमीटर का भी नया ट्रैक नहीं बिछाया जा सका था। अब अगले कुछ दिनों में कुल 1100 किलोमीटर पर निर्माण कार्य पूर्ण होने वाला है।

पर्यटकों को लाभ मिलेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि रेल कनेक्टिविटी के माध्यम से केवडिया को सभी दिशाओं से जोड़ना प्रत्येक के लिए गौरव का क्षण है। श्री मोदी देश के विभिन्न क्षेत्रों को गुजरात के केवडिया से जोड़ने वाली आठ ट्रेनों को झंडी दिखाने और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य में रेलवे से जुड़ी कई परियोजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केवड़िया से चेन्नई, वाराणसी, रीवा, दादर और दिल्ली के बीच नए रेल संपर्क;केवडिया और प्रतापनगर के बीच एमईएमयू सेवा; डभोई-चंदोद के बीच बड़ी लाइन के निर्माण और चंदोद- केवडिया के बीच नई लाइन,केवडिया का विकास का नया अध्याय लिखेंगे। इससे पर्यटकों और स्थानीय आदिवासियों दोनों को लाभ होगा क्योंकि इससे स्वरोजगार और रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा।

रेलवे लाइन नर्मदा पर कर्णाली, पोइचा और गरुड़ेश्वर जैसे आस्था के स्थानों को जोड़ेगी।

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प्रधानमंत्री ने दृढ़ता से कहा कि बड़ी लाईन और विद्युतीकरण की गति में तेजी आई है और पटरियां तेज गति के लिए तैयार की जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे सेमी हाई स्पीड ट्रेनें चलने में सक्षम हुई हैं और हम उच्च गति क्षमताओं की ओर बढ़ रहे हैं, इस कार्य के लिए बजट को कई गुना बढ़ाया गया है।

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