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WHO ने Pfizer की Vaccine को दी मंजूरी, भारत में आज अहम बैठक

नई दिल्लीः लगभग एक महीना बीत गया है, कई देशों ने कोरोनो वायरस महामारी के खिलाफ टीकाकरण शुरू किया है। जबकि यूनाइटेड किंगडम कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी देने और टीकाकरण अभियान शुरू करने वाला पहला देश था, तब से कई अन्य लोग इस सूची में शामिल हो गए हैं। अधिकांश देशों ने Pfizer Inc-BioNTech SE […]

नई दिल्लीः लगभग एक महीना बीत गया है, कई देशों ने कोरोनो वायरस महामारी के खिलाफ टीकाकरण शुरू किया है। जबकि यूनाइटेड किंगडम कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी देने और टीकाकरण अभियान शुरू करने वाला पहला देश था, तब से कई अन्य लोग इस सूची में शामिल हो गए हैं। अधिकांश देशों ने Pfizer Inc-BioNTech SE या Moderna के टीकों को मंजूरी दे दी है, जबकि कुछ दोनों का उपयोग कर रहे हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को भी मंजूरी मिल गई है। 

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक (BioNTech) की कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। जिससे दुनियाभर में फाइजर की वैक्सीन इस्तेमाल करने का रास्ता खुल गया है। इसके साथ ही, भारत भी आज कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को लेकर बड़ा फैसला लेने जा रहा है। इस बारे में आज एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है।

भारत में आज अहम बैठक
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) आज वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहा है। इस बैठक में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, फाइजर और भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिलने का अनुमान है। हाल ही में भी इस विषय पर बैठक हुई थी, लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया था, जिसके बाद एक जनवरी को बैठक करने के निर्णय लिया गया था। लिहाजा, आज होने वाली बैठक बेहद अहम मानी जा रही है।

WHO ने एक बयान जारी करके कहा है कि उसने विस्तृत जांच और टेस्ट के बाद ही फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी दी है। इसी के साथ ‘इमरजेंसी यूज लिस्टिंग’ प्रक्रिया पर भी तेजी से काम चल रहा है, ताकि गरीब देशों को जल्द से जल्द वैक्सीन पहुंचाई जा सके। 

आपको बता दें कि लिस्ट में शामिल होने के बाद किसी भी कोरोना वैक्सीन को दुनियाभर के देशों में आसानी से आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाएगी। इसके अलावा, WHO ने कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर कहा है कि मौजूदा उपायों को अपनाकर इसे बचा जा सकता है।

(With agency input)

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