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विधानसभा चुनाव से पहले ममता की नैया डगमगाई, एक और मंत्री ने दिया इस्तीफा

नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल में कुछ ही समय बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। लेकिन, ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से एक के बाद एक विधायक इस्तीफा दे रहे हैं। हाल ही में वन मंत्री राजीब बनर्जी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।। कैबिनेट मंत्री ने अपने फैसले के लिए किसी कारण […]

नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल में कुछ ही समय बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। लेकिन, ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से एक के बाद एक विधायक इस्तीफा दे रहे हैं। हाल ही में वन मंत्री राजीब बनर्जी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।। कैबिनेट मंत्री ने अपने फैसले के लिए किसी कारण का हवाला नहीं दिया है। लेकिन माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके बीच हाल ही में मार्च-अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर खींचतान चल रही थी। जिसके कारण राजीब बनर्जी को इतना बड़ा निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ा।

राजीब बनर्जी ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए खेद है कि मैं अपने पद से अपना इस्तीफा 22 जनवरी, 2021 को आज ही के दिन दे रहा हूं।’’ बाद में उनका इस्तीफा राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा स्वीकार कर लिया गया।

बता दें कि वह एक महीने में राज्य सरकार से इस्तीफा देने वाले तीसरे मंत्री हैं।

बनर्जी ने अपने इस्तीफे के बाद आज मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘मैं थोड़ी देर के लिए परेशान और मानसिक रूप से आहत था और मुझे यह कदम उठाना पड़ा। इससे मुझे दर्द हुआ और मेरा दिल टूट गया, लेकिन मुझे यह करना पड़ा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं राजनीति में मार्गदर्शन करने के लिए ममता बनर्जी का आभारी हूं। मैं बंगाल के लोगों के लिए काम करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता हूं।’’

बहरहाल, राजीव बनर्जी के इस्तीफे के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में अटकलबाजी का बाजार गर्म हो गया है। क्या वह भी अब शुभेंदु अधिकारी की तरह भारतीय जनता पार्टी का दामन थामेंगे, या कोई दूसरी पार्टी ज्वाइन करेंगे? 

पश्चिम बंगाल में इस समय सत्तापक्ष में भगदड़ का माहौल बना हुआ है, जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिलता दिखाई दे रहा है। हालांकि, भाजपा भी माहौल गरमाए रखने के लिए तृणमूल कांग्रेस में धीरे-धीरे सेंध लगाकर आगे बढ़ना चाहेगी। पार्टी ने दावा किया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक उसके संपर्क में है, लेकिन वह किसी जल्दबाजी में नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के आगामी दौरों से भाजपा के मिशन बंगाल को और मजबूती मिलने की पूरी उम्मीद है।

(With agency input)

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