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कुत्ते के शिकार के लिए बैठे विशालकाय अजगर को आधी रात को किया रेस्क्यू

कोरबाः जिले में जहा लगातार कोबरा प्रजाति का सांप देखने को मिल रहे हैं, वहीं काफी समय बाद अगजर देखने को मिला। वार्ड एक, मिशन पारा निवासी अभिषेक कुमार के निवास स्थान पर एक विशालकाय अजगर रेस्क्यू किया गया। अभिषेक कुमार की मानें तो कुछ दिनों से घर के पीछे से कुछ आवाज सुनाई देती […]

कोरबाः जिले में जहा लगातार कोबरा प्रजाति का सांप देखने को मिल रहे हैं, वहीं काफी समय बाद अगजर देखने को मिला। वार्ड एक, मिशन पारा निवासी अभिषेक कुमार के निवास स्थान पर एक विशालकाय अजगर रेस्क्यू किया गया। अभिषेक कुमार की मानें तो कुछ दिनों से घर के पीछे से कुछ आवाज सुनाई देती थी, पर उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। घर के उस हिस्से में कोई आता-जाता नहीं था। घर में पाले दो कुत्ते अक्सर मल मूत्र त्याग करने के वहां पर जाते थे।

बीती रात्रि 12 बजे अचानक फिर से आवाज आने पर खिड़की से टॉर्च मार के देखने पर घर वालों की रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने वहां देखा कि एक विशालकाय अजगर रेंग रहा था मानो शिकार के लिए निकला हो। घर वालों को समझ नहीं आया कि ये घर कंपाउंड के अंदर कैसे आया और कब से आकर यहां बैठा है।

उन्होंने बिना देरी किए स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेंद्र सारथी को सूचना दी। जिसके बाद घर वाले उस सांप पर नजर रखे हुए थे। जितेंद्र सारथी के पहुचने के बाद घरवालों में हिम्मत आई। उन्होंने सारथी को वो जगह दिखाई जहां अजगर बैठा था और उसे जल्दी रेस्क्यू करने को कहा।

जितेंद्र सारथी ने उस जगह का मुआयना किया, जहां अजगर छुपकर बैठा था। उन्होंने कुंडली मारे अजगर को बड़ी आसानी से अपने काबू में कर लिया। तब जाकर घरवालों ने राहत की सांस ली।

समय रहते रेस्क्यू होने से पालतू कुत्ते शिकार होने से बच गए, जिसके लिए घरवालों ने जितेंद्र सारथी को धन्यवाद दिया और उनकी टीम की प्रशंसा की।

आपको बता दें कि जब लोग रात में अपने घरों में आराम से सोते हैं, वहीं जितेन्द्र सारथी अलग-अलग क्षेत्रों में स्नेक रेस्क्यू का करते हैं और लोगों को अपनी सेवाएं निरंतर देते रहते हैं। कभी-कभी तो रेस्क्यू ऑपरेशन करते-करते सुबह हो जाती है। लेकिन, बिना थके, बिना हारे वह इलाके के सांपों को बचाने में लगे हैं। साथ ही वह कई जिंदगियों को भी बचाते हैं।

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