विदेश

बुरे वक्त में अपनों ने भी छोड़ा ट्रंप का साथ, महाभियोग के पक्ष में 10 रिपब्लिकन सांसदों ने भी डाले वोट

नई दिल्लीः वक्त इंसान पर ऐसा भी कभी आता है, राह में छोड़ के साया भी चला जाता है और राजनीति में तो ऐसा अक्सर देखा जाता रहा है। लेकिन, इस बार इसके शिकार हुए अमेरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। प्रतिनिधि सभा में बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ वोटिंग हुई। महाभियोग चलाने के […]

नई दिल्लीः वक्त इंसान पर ऐसा भी कभी आता है, राह में छोड़ के साया भी चला जाता है और राजनीति में तो ऐसा अक्सर देखा जाता रहा है। लेकिन, इस बार इसके शिकार हुए अमेरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। प्रतिनिधि सभा में बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ वोटिंग हुई। महाभियोग चलाने के प्रस्ताव के लिए की गई वोटिंग में 232 सांसदों ने पक्ष में वोट किए, जबकि 197 वोट ट्रंप के पक्ष यानी महाभियोग के खिलाफ पड़े। लेकिन, जिन सांसदों ने महाभियोग के पक्ष में वोट दिया था, उनमें 10 रिपब्लिकन सांसद भी शामिल हैं। सदन में मतदान अमेरिकी लोकतंत्र पर एक घातक हमले के बाद हुआ, जोकि ट्रंप के समर्थकों ने किया था।

हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हुई और उसके बाद प्रतिनिधि सभा ने डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग चलाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। वह महाभियोग का दो बार सामना करने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं। बता दें कि उनका कार्यकाल खत्म होने में कुछ ही दिन शेष हैं और कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा की घटना से कई रिपब्लिकन सांसद उनसे नाराज बताए जा रहे थे।

इससे पहले महाभियोग पर ट्रंप ने कहा था, ‘देश के इतिहास में जानबूझकर किसी (ट्रंप) को परेशान करने के सबसे निंदनीय कृत्य को आगे बढ़ाते हुए महाभियोग का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे काफी गुस्से और विभाजन की स्थिति पैदा हो रही है। इसका दर्द इतना अधिक है कि कुछ लोग इसे समझ भी नहीं सकते, जो कि खासकर इस नाजुक समय में अमेरिका के लिए बेहद खतरनाक है।’

हिंसा पर ट्रंप ने कहा था, ‘हम कानून के शासन में विश्वास करते हैं, हिंसा या दंगों में नहीं।’

महाभियोग प्रस्ताव में ट्रंप पर ‘राजद्रोह के लिए उकसाने’ का आरोप लगाया गया है। महाभियोग के लिए 218 मतों की जरूरत होती है।

(with agency input)

Comment here