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बहुविवाह अरुणाचल में आदिवासी समाज को त्रस्त कर रही हें: मुख्यमंत्री खांडु

ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश की मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने  राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य श्यामला एस कुंदर के साथ एक बैठक के दौरान कहा कि बहुविवाह एक ऐसा मुद्दा है जो अब भी अरुणाचल में आदिवासी समाज को त्रस्त करता है। बैठक के दौरान उन्होंने महिलाओं के अधिकारों और महिलाओं के बीच मादक द्रव्यों के […]

ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश की मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने  राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य श्यामला एस कुंदर के साथ एक बैठक के दौरान कहा कि बहुविवाह एक ऐसा मुद्दा है जो अब भी अरुणाचल में आदिवासी समाज को त्रस्त करता है।

बैठक के दौरान उन्होंने महिलाओं के अधिकारों और महिलाओं के बीच मादक द्रव्यों के सेवन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।खांडू ने कहा अरुणाचल में महिलाएं अभी भी बेहतर हैं अभी और मील जाना बाकी है।

मादक द्रव्यों के सेवन पर उन्होंने कहा कि किसी भी वर्दीधारी कर्मियों की भागीदारी से सख्ती से निपटा जा रहा है। जब अरुणाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग  के सदस्यों ने अपनी पैतृक संपत्ति पर महिलाओं के समान अधिकारों का मुद्दा लाया तो सीएम ने इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सेमिनार आयोजित करने का सुझाव दिया।

बैठक में हिंसा से प्रभावित महिलाओं के समर्थन के लिए वन स्टॉप सेंटर  सखी को मजबूत बनाने का भी सुझाव दिया गया।

इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य ने राज्यपाल बीडी मिश्रा के साथ राजभवन में राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी बेहतरी के उपायों पर चर्चा की।मिश्रा ने एनसीडब्ल्यू सदस्य को सुझाव दिया कि वह किसी भी बच्ची या महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत को शीघ्र न्याय दिलाने के लिए उठाए। उन्होंने बचाया महिलाओं के लिए आजीविका घटकों को संलग्न करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि आजीविका का एक स्रोत प्रदान करके आयोग असहाय महिलाओं के लिए बेहतर जीवन की गारंटी दे सकता है । राज्यपाल ने कहा कि बचाया व्यक्तियों को सिलाई व बुनाई और हस्तकला के काम पर कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा सकता है अधिमानतः कौशल से बचाया गया व्यक्ति आत्मनिर्भरता के लिए सहज है।राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य ने उचित कार्यान्वयन के लिए इसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का आश्वासन दिया।बैठक मे अरुणाचल प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्षा और महिला एवं बाल विकास सचिव निहारिका राय उपस्थित थीं।

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