पटना: बिहार के मधुबनी में 9 नवंबर से गायब बेनीपट्टी मुख्यालय के युवक बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश की लाश बीते शुक्रवार की रात थाना क्षेत्र के बेनीपट्टी-बसैठ स्टेट हाईवे 52 सड़क के उड़ेन में सड़क किनारे स्थित झाड़ी से मिली है। युवक का शव जला हुआ है ।जिससे ऐसा आभास होता है कि उसे जिंदा जला दिया गया है। बुद्धिनाथ आरटीआई एक्टिविस्ट के साथी स्थानीय न्यूज़ पोर्टल बीएनएन का फोटो पत्रकार भी था ।उसने स्थानीय निजी अस्पतालों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक युवक 9 नवंबर की रात मुख्यालय में स्थित अपने फोटोथेरेपी क्लिनिक से अचानक गायब हो गया था।युवक की जिंदा जलाकर हत्या आशंका व्यक्त की जा रही। साथ ही लाश की पहचान न हो, इसको लेकर युवक के चेहरे पर तेजाब या एसिड से अटैक कर मुंह को जलाकर शव को उक्त जगह फेंक दिया गया।शव की पहचान मृतक के बड़े भाई त्रिलोक झा व मां ने हाथ की अंगुली में पहने अंगूठी, बांह में अवशेष बचे लाल शर्ट के कुछ अंश, मुंह व पांव में तिल के निशान आदि के आधार पर की।बताया जा रहा है कि लाश देखे जाने की सूचना किसी के द्वारा शुक्रवार की रात थाना पुलिस को दी गई।
इधर, एसडीपीओ के निर्देश पर बेनीपट्टी, अरेर सहित कई थानों की पुलिस स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये मधुबनी भेज दिया। उसके बाद मृतक के परिजनों से शव की पहचान करायी गयी। जबकि पूर्व में चेहरा न स्पष्ट होने की वजह से पुलिस, पुरुष या महिला का शव होने की असमंजस में खुद उलझी रही।वहीं आशंका जतायी जा रही है कि हत्यारों ने बीते 9 नवंबर की रात गायब होने के दिन ही युवक की नृशंस हत्या कर दी थी और शव को कहीं छिपाये रखा। लेकिन 12 नवंबर को जब मृतक के गायब होने की चर्चा क्षेत्र में तेजी से फैलने लगी तो शव को उक्त जगह फेंक दिया गया।इधर, पोस्टमार्टम के बाद शव को पुलिस ने पहचान होने पर सदर अस्पताल मधुबनी में ही परिजन को सौंप दिया। जिसके बाद परिजन शव को सिमरिया ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया ।
11 नवंबर को बेनीपट्टी थाने में मृतक के बड़े भाई चंद्रशेखर झा के आवेदन पर बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश को लापता करने की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। दर्ज प्राथमिकी को अविनाश का शव मिलने के बाद अब हत्या में तब्दील कर दिया गया है।दर्ज कराये गये प्राथमिकी में मृतक के भाई चंद्रशेखर झा ने साजिश के तहत निजी नर्सिंग होम के कर्मियों द्वारा बुद्धिनाथ झा अविनाश को लापता किये जाने का आरोप लगाया था। जिनमें मां जानकी सेवा सदन अंबेदकर चौक बेनीपट्टी, शिफा पॉली क्लिनिक मकिया, सुदामा हेल्थ केयर धकजरी, अंशु फस्ट एड सेंटर धकजरी, सोनाली हॉस्पिटल अनुमंडल मेन गेट बेनीपट्टी, अराधना हेल्थ एंड डेंटल केयर क्लिनिक जेल गेट बेनीपट्टी, जय मां काली सेवा सदन अरेर, सान्वी हॉस्पिटल ननदी भौजी चौक, अनन्या नर्सिंग होम, अनुराग हेल्थ केयर कटैया रोड बेनीपट्टी सहित 11 ज्ञात एवं अन्य अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम शामिल है।
दर्ज प्राथमिकी में वादी ने यह भी उल्लेख किया था कि उनके छोटे भाई बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश पिछले कई सालों से बेनीपट्टी बाजार सहित क्षेत्र के फर्जी नर्सिंग होमों पर कार्रवाई कराने को लेकर प्रयासरत रहता था। कई नर्सिंग होम की जांच भी हुई और कई पर कार्रवाई भी। इसी कारण से उक्त ज्ञात व अज्ञात फर्जी नर्सिंग होमों में से किसी ने बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश को रास्ते से हटाने की साजिश रचकर उसे गायब कर दिया है।इस संबंध में एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा घटना की गहन अनुसंधान और छापेमारी चल रही है। जल्द ही इसमें शामिल हत्यारों को गिरफ्तार कर कांड का उद्भेदन पुलिस के द्वारा कर लिया जायेगा। वहीं एसएचओ अरविंद कुमार ने बताया कि पुलिस इस घटना के उद्भेदन के करीब तक पहुंच गयी है। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस की सघन छापेमारी अभियान चल रही है।
बेनीपट्टी पुलिस उपाधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि की परंतु उन्होंने मृतक को पत्रकार मानने से इनकार किया और उसे केमिस्ट और दवा कारोबारी बताया जबकि स्थानीय पत्रकारों ने मृतक को आरटीआई एक्टिविस्ट वेब पोर्टल बीएनएन से जुड़ा पत्रकार बताया इस घटना से पत्रकार जगत में हड़कंप मच गया है l बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश महासचिव और भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एस. एन. श्याम बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार प्रदेश सचिव प्रभात कुमार प्रदेश संगठन सचिव अमित कुमार और संजय सिंह ने इस घटना की भर्त्सना करते हुए दोषी के तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है l उन्होंने इस घटना को प्रजातंत्र पर कुठाराघात बताया हैl
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