नई दिल्ली: केरल में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन आमने-सामने हैं। राज्यपाल और सीएम के बीच बयानबाजी का सिलसिला चल रहा है। जहां राज्यपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई मुद्दों पर सीएम को फटकार लगाई। वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विभिन्न मुद्दों पर राज्यपाल पर निशाना साधा।
सीएम ने उन्हें कम्युनिस्ट विरोधी प्रचारक कहा और उनसे वामपंथियों को निशाना बनाने वाले विपक्षी राजनेताओं के स्तर तक नहीं गिरने की अपील की।
दरअसल इससे पहले राज्यपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा था कि ‘मैं लोगों को बताऊंगा कि राज्य में क्या हो रहा है, क्योंकि सत्तारूढ़ माकपा सरकार बुनियादी ढांचे के विकास में दिलचस्पी नहीं ले रही है। वे केवल उन लोगों को खत्म करना चाहते हैं जो उनका विरोध कर रहे हैं।
जिसपर अब सीएम ने पलवाटर किया है…मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल को वामपंथ के खिलाफ दुष्प्रचार करने से पहले पता होना चाहिए कि साल 1957 में चुनाव के जरिए राज्य में सत्ता में आने से पहले वामपंथियों को दमन का सामना करना पड़ा था। विजयन ने कहा कि राज्यपाल का पद एक संवैधानिक जिम्मेदारी है न कि वह पद जिससे कोई व्यक्तिगत राय व्यक्त करता है।
विजयन ने का कि आरएसएस की विचारधारा इटली में प्रचलित फासीवाद और साम्यवाद और एडॉल्फ हिटलर के विचारों पर आधारित है और ईसाई, इस्लाम धर्म के खिलाफ है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस इन विचारधाराओं का अध्ययन करने के लिए वहां गया और उन्हें यहां ले आया।