बिहार

छपरा में राजद नेता को घसीटते हुए अपहरण कर ले गए अपराधी

हथियारबंद नकाबपोशों ने तड़के सुबह 4 बजे दिया घटना को अंजाम, स्कॉर्पियो में बैठाकर ले गए, CCTV में पूरी घटना कैद

छपरा: बिहार के छपरा जिले में मंगलवार की सुबह 4 बजे बेखौफ अपराधियों ने राजद नेता सुनील कुमार राय का अपहरण कर लिया। हथियारबंद और नकाबपोश अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। छपरा बाजार समिति के गेट पर उनका मोबाइल क्षतिग्रस्त अवस्था में मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। वह एयरफोर्स से सेवानिवृत्त हैं। सुनील राय जमीन की खरीद बिक्री का भी काम करते है।

जानकारी के अनुसार, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के साढ़ा स्थित उनके आवास से कुछ दूरी पर कार्यालय से अपराधियों ने उनका अपहरण किया। पांच से छह की संख्या में नकाबपोश बदमाश स्कॉर्पियो से पहुंचे हुए थे। सभी बदमाश उन्हें घसीटते-पीटते हुए स्कॉर्पियो में बैठाकर अपने साथ ले गए।

बता दें कि सुनील कुमार राय पूर्व में राजद से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। छपरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सांढा गांव से राजद नेता सुनील राय के अपहरण की खबर जंगल में आग की तरह फैली गई है। घटना की सूचना ने पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा दिया।

बताया जा रहा है कि सुनील राय इस इलाके के सक्रिय नेता थे और पूर्व में चुनाव भी लड़ चुके हैं। अलसुबह मंगलवार को उनका अपहरण कर लिया गया। इस घटना से जुड़ी CCTV फुटेज भी सामने आई है, जिसमें पूरी घटना कैद हुई है। CCTV फुटेज में दिख रहा है कि करीब 5 से 6 की संख्या में अपराधी पहुंचे और सुनील कुमार को जबरन खींचकर एक स्कॉर्पियो में बैठा रहे हैं। हथियारबंद अपराधियों ने सुनील राय को गाड़ी में बैठाया और फरार हो गए।

पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। इस घटना बाद एक स्पेशल टीम बनाई गयी है, जो सक्रिय हो गयी है। पुलिस को घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर राजद नेता का मोबाइल फोन मिला है, जो क्षतिग्रस्त हालत में है। पुलिस इस मोबाइल से कॉल डिटेल निकालने में भी लगी है।
एसपी ने बताया-SIT गठित

इस संबंध में एसपी डॉ. गौरव मंगला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सुनील राय, पिता रामबालक राय का आज सुबह अज्ञात अपराधियों द्वारा अपहरण किया गया है। अपहृत व्यक्ति राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता बताए जाते हैं। पुलिस को सूचना प्राप्त होते ही इसमें एक SIT का गठन किया गया है, जो घटनास्थल के पास लगे CCTV आदि साक्ष्यों का गहन अध्ययन कर अपहृत की बरामदगी हेतु प्रयासरत हैं।