जोनाई: धेमाजी जिले के जोनाई महकमा में भारतीय स्टेट बैंक की जोनाई शाखा में बैंक प्रबंधक , फिल्ड आफिसर , कैशियर और दलालों की मिलीभगत से ऋण देने में जमकर घपलेबाजी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अगर कोई व्यवसायी ऋण लेने के लिए आवेदन करता हैं , तो बैंक वाले आयकर विभाग और जीएसटी क्लियरेंस कागजात , जमीन का कागजात , ट्रेडिंग लाइसेंस , बैंक गारंटर के तौर पर सरकारी नौकरी वाले आदि सहित सैंकड़ों कागजात की मांग कर देते हैं कि व्यवसायी ऋण लेने के चक्कर में वृद्धा अवस्था में पहुंच जाते हैं।
ठीक इसी प्रकार कोई सरकारी कर्मचारी अगर ऋण आवेदन करते हैं तो उनसे सार्विस बुक , पै- सीलीप , जमीन का कागजात सहित पचास तरह के कागजातों की मांग करते हैं। मगर भारतीय स्टेट बैंक की जोनाई शाखा में केसीसी ऋण लेने के लिए मात्र आधार कार्ड , पैनकार्ड और वोटर कार्ड देकर बैंक में चक्कर काटे बगैर ही दलाल के जरीये आप दस हजार से बीस हजार रुपए प्राप्त कर सकते हैं। जी हां आपको एक भी रुपए दिए बगैर पुनः दलाल आपको घर पर पांच से दस हजार रुपए देकर जायेगें। बाद में आपको पता चलेगा कि आपके नाम से जोनाई एसबीआई में ऋण एक लाख रुपए से अधिक हो गई है। चिंता मत किजिए कारण आपको एसबीआई शाखा वाले एक व्यवस्था की जरिए आपको ऋण की अदायगी करने के लिए तंग नहीं करेंगे आपको एक रुपए भी वापस करने की कोशिश नहीं करना है , बस आपको अपनी मोबाइल स्विच ऑफ कर रखने से काम हो जाएगा।
इस तरह जोनाई एसबीआई में जमीन कागजात है तो ठीक नहीं तो बैंक में तैनात दलाल आपको कागजात की भी बंदोबस्त कर देंगे। इसी तरह जोनाई एसबीआई में पिछले 18 फरवरी 2021 को केसीसी ऋण लाभार्थी जोगाराम पेगु नामक एक व्यक्ति को जोनाई एसबीआई ने केसीसी ऋण का आवंटन किया गया। जिसमें जमीन कागजात के नाम पर उदयपुर निवासी मनोज कुम्बांग के नाम का जमाबंदी कपी को कम्प्यूटर से सम्पादित कर जोगाराम पेगु की नाम लिखकर ऋण मंजूरी कर ऋण की राशि करीब 50000 (पचास हजार) रुपए भुगतान जोगाराम पेगु की पुत्री आपुन पेगु को बगैर वैरिफाई से ही किया गया।जिसके बाद इसकी जानकारी मनोज कुम्बांग को लगी और श्री कुम्बांग ने एक दिसंबर को जोनाई सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दिया।
पुलिस ने जब एसबीआई शाखा में पुछताछ किया तो पता चला कि बगैर जमीन कागजात के ही ऋण मंजूरी किया गया है। उल्लेखनीय है जोनाई एसबीआई शाखा में करीब सात सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे फुटैज अगर खंगाले जाये तो कई रोचक तथ्य सामने आ सकते हैं। उदाहरण स्वरुप जोनाई एसबीआई शाखा में करीब बीस से अधिक एसबीआई शाखा के दलाल शाखा में कागजातों की फाइलें इधर उधर करते देखा जाता है। बैंक में कौन सी फाइलें कहा रखी गई है इसकी जानकारी बैंक वाले के पास नहीं है । मगर कुछ दलाल है, उनको बैंक में रखी फाइलों की सटीक जानकारी है। जी हां आपको अगर बैंक से कोई भी कागजातों की जरूरत है तो बैंक के दलालों को मैनेज कर आप कुछ रुपए देकर बैंक से कागजात व्हाटसाप के जरिए आप हासिल कर सकते हैं।
ध्यान देने योग्य बात है कि पिछले दिनों टोमास दलै नामक एक युवक ने बैंक के एक कैशियर ज्ञानता देवरी से मिलकर मार्सल पातिर नामक एक ग्राहक के खाते से रुपए गबन कर दिया था। ग्राहक ने जोनाई थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मगर टोमास दलै और बैंक कर्मचारी ज्ञानता देवरी के विरुद्ध एसबीआई शाखा की ओर से आज तक कोई व्यवस्था ग्रहण नहीं किया गया ।इस एसबीआई शाखा में ग्राहकों की शिकायतों को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है । जोनाई की एसबीआई शाखा में आजतक जितनी भी शिकायत दर्ज कराई गई है , मगर कार्रवाई कोई चांस ही नहीं है।
Comment here
You must be logged in to post a comment.