धर्म-कर्म

श्रीकृष्ण ने क्यों की अर्जुन पुत्र इरावन से शादी?

महाभारत (Mahabharat) के कुछ रोचक किस्से ऐसा हैं, जो बहुत कम सुने जाते हैं। इनमें से एक है अर्जुन (Arjun) के बेटे इरावन (Iravan) की कहानी। श्रीकृष्ण (Shri Krishna) ने स्त्री का रूप धारण करके अर्जुन के बेटे इरावन से शादी की थी। फिर उसके मरने पर जमकर विलाप भी किया। दरअसल, पांच पांडवों में […]

महाभारत (Mahabharat) के कुछ रोचक किस्से ऐसा हैं, जो बहुत कम सुने जाते हैं। इनमें से एक है अर्जुन (Arjun) के बेटे इरावन (Iravan) की कहानी। श्रीकृष्ण (Shri Krishna) ने स्त्री का रूप धारण करके अर्जुन के बेटे इरावन से शादी की थी। फिर उसके मरने पर जमकर विलाप भी किया।

दरअसल, पांच पांडवों में से एक अर्जुन की चार पत्नियां थीं- द्रौपदी, उलुपी, चित्रांगदा और सुभद्रा। इरावन अर्जुन और उनकी दूसरी पत्नी नागकन्या उलुपी के पुत्र थे। इरावन पिता पांडवों की तरह ही बलवान योद्धा थे। महाभारत युद्ध में इरावन ने कौरवों की सेना के कई प्रमुख सेनानियों को मार गिराया। इरावन को अरावन भी कहा जाता है।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, एक ऐसा समय ऐसा भी आया जब पांडवों को लग रहा था कि वे युद्ध हार जाएंगे। तब नरबलि की मांग उठी। कहा गया कि अगर किसी राज पुत्र की बलि दी जाए तो पांडव ये युद्ध जीत जाएंगे। फिर सवाल उठा कि आखिर बलि कौन देगा। कहा जाता है कि अर्जुन के पुत्र इरावन उस समय आगे आए और उन्होंने खुद की बलि देने की इच्छा जताई।

इरावन अपनी बलि देने के लिए तो तैयार तो हो गए, लेकिन उन्होंने एक शर्त रख दी। इरावन ने कहा कि वे अविवाहित नहीं मरना चाहते। ऐसे में फिर सवाल उठा कि जिसकी मृत्यु होने जा रही, उससे कौन लड़की शादी करेगी? कौन बाप एक ऐसे आदमी को अपनी बेटी देना चाहेगा, जिसकी मौत होने वाली हो।

कहा जाता है कि तब श्रीकृष्ण ने मोहिनी का रूप धारण किया और इरावन से शादी कर ली। उन्होंने उसके साथ एक रात भी बिताई। फिर अगले दिन जब इरावन की मृत्यु हुई तो मोहिनी रूप में श्रीकृष्ण ने खूब विलाप किया। इसके बाद वे फिर से अपने पुरुष रूप में आ गए।

किन्नर करते हैं इरावन की पूजा
दक्षिण भारत में कई जगहों पर किन्नर इरावन की पूजा करते हैं। तमिलनाडु के वेल्लुपुरम जिले में इरावन का मंदिर बना हुआ है। किन्नर साल में एक बार इरावन से विवाह करते हैं। अगले दिन अपने मंगलसूत्र, चूड़ियां समेत अन्य गहने तोड़कर इरावन की मौत का विलाप करते हैं।