Adjournment motion on NEET: इंडिया ब्लॉक शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में नीट पर स्थगन प्रस्ताव लाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के राष्ट्रीय राजधानी स्थित आवास पर आज हुई इंडिया ब्लॉक के फ्लोर नेताओं की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
सूत्रों ने बताया कि अगर नीट मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई तो इंडिया ब्लॉक के नेता सदन के अंदर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश के हवाले से एएनआई ने बताया, “बैठक में आज कई मुद्दों पर चर्चा हुई। संसद में सभी मुद्दों पर बहस होगी, चाहे राष्ट्रपति का अभिभाषण हो या स्पीकर का चुनाव।”
डीएमके सांसद टी शिवा ने कहा, “हम कल नीट मुद्दे पर (संसद में) नोटिस देंगे।”
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने कहा, “विपक्ष एकजुट है और वह संसद में नीट, अग्निवीर, महंगाई और बेरोजगारी तथा एमएसपी के मुद्दे उठाएगा।”
शिवसेना (UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि देश के सभी ज्वलंत मुद्दे, हम (संसद में) उठाएंगे।
राहुल गांधी ने स्पीकर से मुलाकात की
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और चेयर द्वारा आपातकाल के संदर्भ पर अपनी नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने कहा कि यह “स्पष्ट रूप से राजनीतिक” था और इसे टाला जा सकता था।
उन्होंने कहा, “यह एक शिष्टाचार भेंट थी। स्पीकर ने राहुल गांधी को विपक्ष का नेता घोषित किया और उसके बाद, उन्होंने इंडिया ब्लॉक के अन्य सहयोगी नेताओं के साथ स्पीकर से मुलाकात की।”
मुर्मू ने ‘आपातकाल’ लगाए जाने की आलोचना की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के तहत 1975 में ‘आपातकाल’ लगाए जाने की आलोचना की।
राष्ट्रपति ने संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “आपातकाल संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा और काला अध्याय था। आपातकाल के दौरान पूरा देश अराजकता में डूब गया था, लेकिन राष्ट्र ऐसी असंवैधानिक शक्तियों के खिलाफ विजयी रहा।”