विदेश

Nepal में विदेशी मुद्रा के संकट से Sri Lanka जैसी स्थिति की आशंका!

नेपाल केंद्रीय बैंक ने दवाओं जैसी अहम सामग्री के लिए विदेशी मुद्रा बचाने के दिये निर्देश, सभी गैरजरूरी आयात रोके गए !

नई दिल्ली: श्रीलंका की गम्भीर आर्थिक स्थिति की तरह ही पड़ोसी देश नेपाल में भी विदेशी मुद्रा भंडार में भारी कमी हो गयी है। नेपाल के केंद्रीय बैंक ने देश में विदेशी मुद्रा की भारी कमी को देखते हुए बैंकों से वाहनों व दूसरे गैरजरूरी सामानों के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट नहीं जारी करने का निर्देश दिया है।
नेपाल राष्ट्र बैंक के आर्थिक अनुसंधान विभाग के प्रमुख प्रकाश कुमार श्रेष्ठ ने कहा कि विलासिता की वस्तुओं पर खर्च करने के बजाय हमें दवाओं जैसी अहम सामग्री के आयात के लिए विदेशी मुद्रा भंडार को बचाकर रखने की आवश्यकता है। घटती विदेशी मुद्रा भंडार को देखते हुए नेपाल के भी श्रीलंका जैसी स्थिति की ओर बढ़ने की आशंका गहरा गयी है, जिसके चलते नेपाल राष्ट्र बैंक को आयात कम करने के उपायों पर अमल करने का निर्देश देना पर रहा है।
जुलाई 2021 में नए वित्त वर्ष की शुरुआत से नेपाल में आयात बढ़ने और बाहर से आनेवाले धन में कमी, पर्यटन से आमदनी और निर्यात के आय में कमी से नेपाल का विदेशी मुद्रा भंडार खाली होने की कगार पर है। जुलाई 2021 में यह 11.75 अरब डॉलर से 17% घटकर 9.75 अरब डॉलर रह गया है। इससे 6 महीने से कुछ ही अधिक समय के लिए वस्तुओं व सेवाओं का आयात हो सकेगा। जबकि केंद्रीय बैंक का लक्ष्य सात महीने के हिसाब से विदेशी मुद्रा भंडार को बनाये रखना है।