छत्तीसगढ़

तिलहन फसलों की खेती के लिए 2.55 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य

रायपुर : राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खरीफ सीजन 2021 में तिहलनी फसलों के रकबे में बढ़ोतरी किए जाने की कार्ययोजना कृषि विभाग द्वारा तैयार की गई है। अब की खरीफ सीजन में 2 लाख 55 हजार 500 हेक्टेयर में तिलहन की विभिन्न फसलों की बुआई का लक्ष्य विभाग ने निर्धारित […]

रायपुर : राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खरीफ सीजन 2021 में तिहलनी फसलों के रकबे में बढ़ोतरी किए जाने की कार्ययोजना कृषि विभाग द्वारा तैयार की गई है। अब की खरीफ सीजन में 2 लाख 55 हजार 500 हेक्टेयर में तिलहन की विभिन्न फसलों की बुआई का लक्ष्य विभाग ने निर्धारित किया है, जो गत वर्ष तिहलनी फसलों की बुआई का रकबा एक लाख 93 हजार 670 हेक्टेयर से 32 फीसद अधिक है। कृषि विभाग के अधिकारियों एवं मैदानी अमले के कर्मचारियों द्वारा किसानों से सम्पर्क कर उन्हें सोयाबीन, सूरजमुखी, मूंगफली, तिल और रामतिल की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ 2021 में 60 हजार हेक्टेयर में मूंगफली, 32 हजार हेक्टेयर में तिल, एक लाख 10 हेक्टेयर में सोयाबीन, 53 हजार हेक्टेयर में रामतिल तथा 500 हेक्टेयर में सूरजमुखी एवं अन्य तिलहनी फसलों की बुआई का लक्ष्य रखा गया है। गौरतलब है कि राज्य में फसल विविधीकरण एवं किसानों की आय में बढ़ोतरी के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के प्रावधान के अनुसार किसानों को प्रति एकड़ के मान से इनपुट सब्सिडी दी जाएगी।

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