नार्थ-ईस्ट

अरुणाचल ‘चॉपर’ क्रैश मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश

अरुणाचल प्रदेश हेलीकॉप्टर दुर्घटना मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है। शुक्रवार को सेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें पांच जवान सवार थे। सभी पांच जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के ऊपरी सियांग जिले में शुक्रवार को एक सैन्य हेलीकॉप्टर क्रैश (helicopter crash) हो गया, जिसमें सवार पांच जवानों के पार्थिव शरीर बरामद कर लिए गए हैं। दरअसल, विमान हादसे का पता लगाने के लिए सेना की ओर से कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की गई है।

रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि इस स्तर पर दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चला है और विवरण का पता लगाया जा रहा है। प्रवक्ता ने ये भी कहा कि सेना और वायु सेना का एक संयुक्त खोज और बचाव अभियान तुरंत शुरू किया गया था। एमआई-17 दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और भारतीय सेना के तलाशी अभियान में तैनात किए गए।

वहीं फोन पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि हेलीकॉप्टर में पांच लोग सवार थे। लापता सैनिक के बचने की बहुत कम संभावना है। दुर्घटना जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर मिगिंग गांव में शुक्रवार की सुबह हुई। लीकाबली से उड़ान भरने वाला हेलीकॉप्टर नियमित उड़ान पर था। चूंकि दुर्घटना स्थल सड़क मार्ग से जुड़ा नहीं है, इसलिए अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

वहीं अपर सियांग के पुलिस अधीक्षक जुम्मर बसर ने कहा कि दुर्घटनास्थल एक पहाड़ी क्षेत्र है और तलाशी अभियान को पूरा करने में समय लगेगा। साथ ही अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्वीट किया कि अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में तुतिंग क्षेत्र के पास लड़ाकू हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। राज्य सरकार ने बचाव दल को दुर्घटनास्थल पर भेज दिया है और सभी सहायता प्रदान की है।

दरअसल इस महीने राज्य में सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना की ये दूसरी घटना है। इससे पहले 5 अक्टूबर को तवांग के निकट अग्रिम इलाकों में नियमित उड़ान के दौरान चीता हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से एक पायलट की मौत हो गई थी।