छत्तीसगढ़

महाशिवरात्रि के दिन प्रसिद्ध कनकेस्वर धाम कनकी मे निकला नाग, श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना

कोरबाः भारत अनेक धर्मों का देश है जहा सभी धर्म मिलजुल कर रहते हैं, पूरे भारत देश में हजारों पर्व मनाए जाते हैं जिसमें महाशिवरात्रि भी एक हैं। हिंदू धर्म में भगवान भोलेनाथ की आज के दिन पूजा अर्चना की जाती हैं। महाशिवरात्रि के दिन जिले के प्रसिद्ध मंदिर जहां हजारों वर्षों से भोलेनाथ की […]

कोरबाः भारत अनेक धर्मों का देश है जहा सभी धर्म मिलजुल कर रहते हैं, पूरे भारत देश में हजारों पर्व मनाए जाते हैं जिसमें महाशिवरात्रि भी एक हैं। हिंदू धर्म में भगवान भोलेनाथ की आज के दिन पूजा अर्चना की जाती हैं। महाशिवरात्रि के दिन जिले के प्रसिद्ध मंदिर जहां हजारों वर्षों से भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की जाती है। इस स्थान का पर्यटन स्थल के रूप में विकास हो रहा है। लेकिन, अगर महाशिवरात्रि के दिन गांव में नाग निकल जाए फिर तो फिर लोगों की श्रद्धा और भी बढ़ जाती है। 

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कनकी ग्राम से जुड़े केरा कछार हैं के एक घर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब वो लोग सोने की तैयारी कर रहे थे। अचानक उनको टीवी के पास एक सांप दिखाई दिया। वो कुछ समझ पाते इसस पहले ही चीख पुकार मच गई। जिसके बाद उन्होंने स्नेक रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी को इसकी सूचना दी। जिस समय उनको सूचना मिली उस समय वह एक सांप का रेस्क्यू ग्राम गोढी में कर रहे थे। 

जब तक ग्राम गोढी रेस्क्यू खत्म हुआ बहुत रात हो गई थी। उन्होंने अपने मित्र को बुलाया फिर करीब 12.30 बजे ग्राम कनकी पहुचें। स्थानीय नागरिकों की मदद से उस व्यक्ति के घर पहुंचे और उस नाग को सुरक्षित रेस्क्यू किया। इसमे सबसे अच्छा पहलू ये रहा कि गांव वालों ने उस सांप को नहीं मारा। दूसरा पहलू ये कि महाशिवरात्रि होने के कारण लोगों में एक अस्था दिखी।

जितेंद्र सारथी ने बताया लोग अब जागरूक हो रहें और सांप को नहीं मार रहें हैं, ये रेस्क्यू उसका जीता जागता प्रमाण हैं, जितेंद्र सारथी इस बात से भी खुश हुए कि कनकी में भोलेनाथ जी का प्रसिद्ध मंदिर हैं और महाशिवरात्रि के विशेष अवसर पर नाग देवता की निकालना निश्चित ही चमत्कार हैं। इस अवसर पर जितेन्द्र सारथी और उसके साथियों ने वहां रुककर पूजा अर्चना भी की।

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